नारनौंद : बच्ची से दुष्कर्म मामले में नया खुलासा
पुलिस ने चाचा को झूठा फंसाया – पीड़िता परिजन
सत्यखबर नारनौंद (दीपक गिरधर) – एक गाव में घुमंतू जाति से संबंध रखने वाली आठ वर्षीय बच्ची से दरिंदगी के मामले में पुलिस ने खुलासा जरुर कर दिया लेकिन इस मामले में अब एक नया मोड़ आ गया। दुष्कर्म करने के मामले में जिस आरोपित चाचा को पुलिस ने पकड़ा है। उसे लेकर पीड़िता के परिजनों का कहना है कि पुलिस ने चाचा को झूठा फंसाया है। जबकि पुलिस दावा कर रही है की पूरी जांच पड़ताल के बाद ही आरोपित चाचा को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने घटनास्थल से साक्ष्य भी जुटाए थे जिनके आधार पर प्राथमिक जांच में सामने आया था कि बच्ची के साथ चाचा ने ही दुराचार किया है।
रविवार को आरोपित चाचा को कोर्ट में पेश भी किया गया। अब परिजनों के इस तरह की संदेह और बयानबाजी के चलते मामला उलझता जा रहा है। वहीं दुष्कर्म पीड़ित बच्ची की हालत में सुधार तो है मगर कुछ भी पूछे जाने पर बस वो इतना ही बता पाती है कि वो उस समय बेहोश हो गई थी। इसके अलावा उसे कुछ नहीं पता। ऐसे में अब लैब में भेजे गए आरोपित के बाल का सैंपल, कपड़े व अन्य वस्तुओं की जांच रिपोर्ट सामने आने पर ही सही जानकारी मिल सकेगी। परिजनों को पुलिस की ओर से घटनास्थल पर साक्ष्य मिलने के बाद भी आरोपित को लेकर संदेह क्यों है इस बात को लेकर भी कई सवाल उठ रहे हैं। जबकि पुलिस और ग्रामीणों के अनुसार आरोपित चाचा ही है और उसने जांच के काम को प्रभावित करने की भी कोशिश की थी।
आपके बात दें कि 19 अप्रैल को देर रात नारनौंद क्षेत्र के एक गांव में झोपड़ी में अपने परिवार के साथ सो रही एक आठ साल की बच्ची के साथ घर से उठाकर एक सुनसान जगह पर ले जाकर रेप की वारदात को अंजाम दिया गया था। उसके बाद पुलिस ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ ममला दर्ज कर छह टीमों का गठन किया था। इसके बाद गांव व परिवार के लोगों से पूछताछ के दौरान पुलिस की शक की सुई उसके चाचा की तरफ घूमी। पुलिस ने जब सख्ती के साथ बच्ची के चाचा से पूछताछ की तो उसने अपना अपराध कबूल कर लिया। जिसके बाद पुलिस ने रविवार को उसको गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने आरोपी को पांच दिनों के रिमांड पर भेज दिया है। नारनौंद के डीएसपी जोगिंद्र राठी ने कहा कि आरोपी के खिलाफ पुख्ता सबूत हैं व मासूम बच्ची से रेप के इस मामले में आरोपी को कड़ी से कड़ी सजा दिलवाने के लिए पुलिस कोई कसर नहीं छोड़ेगी।